एंड्रॉयड यूजर्स जरूर पढ़ें- 2 :

8 जरूरी सावधानियां


1. 'कुछ भी' न कर लें डाउनलोड (Download)
कोई भी ऐप (App)डाउनलोड करते समय ध्यान रखें कि आप सही वेबसाइट (website )और कंपनी का ऐप ही डाउनलोड करें। जब कोई ख़ास ऐप लांच होता है, हममें से कई उसे तुरंत डाउनलोड कर लेते हैं। इसका फ़ायदा उठाते हुए हैकर्स मिलते-जुलते नाम वाले मैलवेयर (malware)मुहैया बना देते हैं, जिसे कई लोग ग़लती से डाउनलोड भी कर लेते हैं। पता भी नहीं चलता कि कोई तीसरा फ़ोन के ज़रिए उसकी गतिविधियों की जानकारी पा रहा है।


2. ग़ौर से पढ़ें अनुमति (परमिशन) पेज
सेंटर फॉर इंटरनेट एंड सोसाइटी (CIS) के पॉलिसी डाइरेक्टर प्राणेश प्रकाश के अनुसार ज़रूरी है कि आप ऐप इंस्टॉल करने से पहले उसका परमिशन पेज पढ़ें। यदि कोई ऐप(Application) आपकी फ़ोन बुक पढ़ने की इजाज़त जैसी ज़रूरत से ज़्यादाअनुमति  (परमिशन)  मांग रहा है, तो इसे इंस्टॉल (Install) न करें।
प्राणेश की राय है कि Free और ओपन सोर्स ओएस का इस्तेमाल करना सही होता है। अन्य प्रकार के ओएस में सुरक्षा दावों की पुष्टि कर पाना आसान नहीं होता।


3. बैकअप (Backup)ज़रूर लें 
डॉ रॉय का कहना है कि फ़ोन डाटा का बैकअप लेना बेहद ज़रूरी है। आखिर अपने डाटा (DATA)की सुरक्षा आपकी भी ज़िम्मेदारी है।


4. गूगल-फ्री (Google Free)एंड्रॉयड के बारे में सोचें
स्वतंत्र रिसर्चर और तकनीकी सलाहकार विक्रम कृष्णा के अनुसार उपभोक्ता वाकिफ़ नहीं होते कि एंड्रॉयड फ़ोन खरीदने पर वे गूगल के साथ समझौता (एग्रीमेंट)में बंध जाते हैं।
किसी भी प्रकार के थर्ड पार्टी ऐप्स इंस्टॉल नहीं कर पाना उपभोक्ता की प्राइवेसी रक्षा की दिशा में महत्वपूर्ण क़दम होता है। मगर थर्ड पार्टी ऐप्स इंस्टॉल करना एंड्रॉयड में आसान होता है।
ऐसे में गूगल के साथ बिना बंधे सुरक्षित रूप से एंड्रॉयड फ़ोन के इस्तेमाल के तरीकों को देखा जा सकता है, जैसे- साइनोजेन मॉड, एफ़-ड्राइड, रेप्लिकैन्ट और दूसरे फॉस ओएस।


5. अपडेट ज़रूर इस्तेमाल करें
कृष्णा कहते हैं कि कोई भी सॉफ्टवेयर एक दिन में नहीं बनता, उसे बार-बार टेस्ट करने की दरकार होती है। इसके बावजूद इसमें कमज़ोरियों की संभावनाएं बनी रहती हैं।
जैसे-जैसे कंपनी को इनकी जानकारी मिलती रहती है, कंपनी अपडेट जारी करती है। इन्हें ज़रूर डाउनलोड कर इंस्टॉल करें। अपडेट हमेशा मुफ़्त होते हैं।


6. एन्क्रिप्शन का इस्तेमाल करें
अपने फ़ोन पर फुल डिवाइस एन्क्रिप्शन का इस्तेमाल करें। हाल ही में लांच सैमसंग, एलजी, एचटीसी, एपल और ब्लैकबैरी स्मार्टफ़ोन (एपल और ब्लैकबैरी एंड्रॉयड का इस्तेमाल नहीं करते) में इस तरह की सुविधा है।
यदि आपके एंड्रॉयड फ़ोन पर ऐसी सुविधा नहीं है तो एन्क्रिप्शन ऐप का इस्तेमाल करें।


7. असुरक्षित वाई-फ़ाई से बचें
आजकल आपको कई जगह वाई-फ़ाई नेटवर्क की सुविधा मिलती है पर ऐसे वाई-फ़ाई नेटवर्क से बचें जिनके सुरक्षित होने के बारे में आपको सही जानकारी न हो।
संवेदनशील डाटा जैसे बैंक अकाउंट नंबर, क्रेडिट कार्ड पासवर्ड पब्लिक वाई-फ़ाई पर कभी शेयर न करें।


8. एंटी-वायरस (Antivirus)ज़रूर रखें
यह कहने की ज़रूरत नहीं कि इंटरनेट का इस्तेमाल करने पर फ़ोन सुरक्षित रहे इसके लिए एंटी-वायरस ज़रूर रखें। समय-समय पर इसे अपडेट (Update)करते रहें ताकि आपका एंटी-वायरस नए ख़तरों से लड़ने को तैयार रहे।ने ओएस की तुलना में गूगल का ताज़ा 5.0 लॉलीपॉप काफ़ी सुरक्षित है। कई एंड्रॉयड फ़ोन कंपनियां अपडेट जारी नहीं करती, जिससे सीधे उपभोक्ता की सुरक्षा ख़तरे में आ जाती है।
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